Mangal Font Hindi Typing Test 2 Minutes: In this page, you can check your Mangal Unicode font typing speed and accuracy. We provide Mangal typing test software with six different texts for the Typing test. To change the Hindi text click on the Next button and continue the WPM typing test. If the text does not change then clicks again on the next button.
पूस की अंधेरी रात ! आकाश पर तारे भी
ठिठुरते हुए मालूम होते थे। हल्कू अपने खेत के
किनारे ऊख के पतों की एक छतरी के नीचे
बाँस के खटोले पर अपनी पुरानी गाढ़े की चादर
ओढ़े पड़ा काँप रहा था । खाट के नीचे
उसका संगी कुत्ता जबरा पेट मे मुँह डाले सर्दी
से कूँ-कूँ कर रहा था । दो में से
एक को भी नींद न आती थी । हल्कू
ने घुटनियों कों गरदन में चिपकाते हुए कहा- क्यों
जबरा, जाड़ा लगता है? कहता तो था, घर में
पुआल पर लेट रह, तो यहाँ क्या लेने आये
थे ? अब खाओ ठंड, मैं क्या करूँ ?
जानते थे, मै यहाँ हलुवा-पूरी खाने आ रहा हूँ,
दौड़े-दौड़े आगे-आगे चले आये । अब रोओ नानी के
नाम को । जबरा ने पड़े-पड़े दुम हिलायी और
अपनी कूँ-कूँ को दीर्घ बनाता हुआ एक बार जम्हाई
लेकर चुप हो गया। उसकी श्वान-बुध्दि ने शायद ताड़
लिया, स्वामी को मेरी कूँ-कूँ से नींद नहीं आ
रही है। हल्कू ने हाथ निकालकर जबरा की ठंडी
पीठ सहलाते हुए कहा- कल से मत आना मेरे
साथ, नहीं तो ठंडे हो जाओगे । यह राँड
पछुआ न जाने कहाँ से बरफ लिए आ रही
है । उठूँ, फिर एक चिलम भरूँ । किसी
तरह रात तो कटे ! आठ चिलम तो पी
चुका । यह खेती का मजा है ! और
एक-एक भगवान ऐसे पड़े हैं, जिनके पास जाड़ा जाय
तो गरमी से घबड़ाकर भागे। मोटे-मोटे गद्दे, लिहाफ- कम्मल।
मजाल है, जाड़े का गुजर हो जाय । तकदीर
की खूबी ! मजूरी हम करें, मजा दूसरे लूटें
! हल्कू उठा, गड्ढ़े में से जरा-सी आग निकालकर
चिलम भरी । जबरा भी उठ बैठा । हल्कू
ने चिलम पीते हुए कहा- पियेगा चिलम, जाड़ा तो
क्या जाता है, जरा मन बदल जाता है। जबरा
ने उसके मुँह की ओर प्रेम से छलकती हुई
आँखों से देखा । हल्कू- आज और जाड़ा खा
ले । कल से मैं यहाँ पुआल बिछा दूँगा
। उसी में घुसकर बैठना, तब जाड़ा न लगेगा
। जबरा ने अपने पंजे उसकी घुटनियों पर रख
दिये और उसके मुँह के पास अपना मुँह ले
गया । हल्कू को उसकी गर्म साँस लगी ।